हुनर ने दिखाई जिंदगी को नई रोशनी : 20 साल की सजा काट रहे राज की कारीगिरी का हर कोई कायल
फोकस हिमाचल ब्यूरो की शिमला से रिपोर्ट
गुनाह के अंधेरों में अपने हुनर से नई रोशनी ढूंढने वाले 33 वर्षीय राज कौशल आज जेल के अंदर रहकर भी अपनी को नई दिशा दे रहे हैं। गोरखपुर के रहने वाले राज शिमला के कंडा जेल में 20 साल की सजा काट रहे हैं। नशा तस्करी के मामले में कोर्ट ने उनको सजा सुनाई है। आज वे अपराध की दुनिया से अपने हुनर के बलबूते बाहर निकल रहे हैं और जेल में रहकर भी फर्नीचर के काम में अपनी कारीगरी दिखाकर लाखों रुपये अपनी मेहनत से कमा रहे हैं।प्रदेश में कीवी की पैदावार में बागवानों का बढ़ा रूझान, चंबा के साहो, मंगला, मैहला, सरू व चंबी क्षेत्रों के किसान कीवी के कारोबार से कमा रहे लाखों

राज फर्नीचर की कारीगरी में माहिर है। उनके इसी हुनर ने उन्हें गेयटी थियेटर तक पहुंचाया जहां कई लोगों ने उनकी कारीगरी को देखा और सामान खरीदा, जिससे राज को काफी फायदा हुआ और लाखों रुपये आमदनी हासिल की। इसी साल नवंबर में गेयटी थिएटर में कंडा जेल के कैदियों के लिए 4 दिवसीय एग्जिबिशन का आयोजन हुआ था। इस प्रदर्शनी में राज ने 3 लाख रुपये आमदनी कमाई। इस प्रदर्शनी ने राज ने 70 हज़ार का सोफा सेट, 45 हज़ार का डायनिंग टेबल, 27 हजार की 3 चेयर, 10 हजार की 5 बुक रैक बेचीं। इसके अलावा चेयर्स-स्टूल बेचकर 3 लाख कमाए। वहीं, आज राज के पास इतनी एडवांस बुकिंग आई हैं कि उसका 2023 का साल इन चीजों को बनाने में कट जाएगा। इसमें 6 डबल बैड, 4 सोफा सेट, 4 डायनिंग टेबल, 6 बुक रैक और बेडरूम चेयर के ऑर्डर आए हैं।

2016 से जेल में, परिवार को याद करके हो जाते हैं भावुक
राज 2016 से जेल में बंद है। आज वह जेल में सारा दिन अपने काम में बिताता है। कई बार अपने परिवार को याद करके वह भावुक हो जाता है। उसके 2 बच्चे हैं, जिनको याद करके वह अक्सर भावुक हो जाते हैं। राज ने कहा कि हफ्ते में एक दफा फोन पर घरवालों से बात करते हैं। बाकी सारा वक्त अपने काम में लगाते हैं। आज राज अपने हुनर के बलबूते अपनी जिंदगी के पुनर्वास की राह पर है और कई लोगों के लिए प्रेरणा भी बने हुए हैं।करियर प्वाइंट विश्वविद्यालय में शिक्षा मंत्रालय एवं एआईसीटीई ने दो दिवसीय इंपैक्ट लेक्चर का किया आयोजन, युवाओं को बताया बिजनेस में कैसे बनाएं करियर