साथी का समर्पित की कामयाबी : सरकाघाट की मधु ने नर्सिंग ऑफिसर बनकर दिवंगत पति से किया वादा निभाया, एम्स की परीक्षा के महीना पहले सड़क हादसे में बिछड़ गया था हमसफर
फोकस हिमाचल ब्यूयरो की सरकाघाट से रिपोर्ट
अक्तूबर में सरकाघाट के भदरोता की 29 वर्षीय मधु ने एम्स की परिक्षा में 695वां रैंक हासिल कर नर्सिंग ऑफिसर बनने का मुकाम हासिल किया। उनकी इस सफलता के पीछे एक दुखद हादसा है जिसे वह जिंदगी भर नहीं भूला सकती है। वह है साथी का एक सड़क दुर्घटना में बिछड़ जाना। आज मधु ने अपनी इस सफलता को अपने दिवगंत पति को समर्पित की है और उनके साथ किया वादा पूरा किया है। 11 सितंबर को मधु की जब एम्स की परीक्षा थी। एक महीना पहले 12 अगस्त को इनके पति की कुल्लू के हणोगी के पास उनकी कार पर पहाड़ी से बड़े-बड़े पत्थर गिरने से मौत हो गई थी। इसके बावजूद मधु ने हिम्मत नहीं हारी और एक महीने बाद एम्स की परीक्षा दी। परीक्षा के नौ दिन बाद 20 सितंबर को परिणाम निकला तो उन्होंने नर्सिंग ऑफिसर की परीक्षा पास कर ली थी।नाहन में 12 महिलाओं का राधे-राधे सहायता समूह ने चावल के पापड़, आचार और डोना पत्तल से निकाली रोजगार की राह, आज कर रहीं अच्छा कारोबार, त्योहारी सीजन में इनके बनाए सामान की होती है खास मांग

विभिन्न पदों पर दे चुकी सेवाएं
11 सितंबर को हुई एम्स परीक्षा का 20 सितंबर को परिणाम घोषित हो गया था। 14 अक्तूबर को इसकी रैंकिंग और प्लेसमैंट की सूची जारी हुई, जिसमें मधु को बिलासपुर में तैनाती मिली। इससे पहले मधु मेडिकल कॉलेज नेरचौक में बतौर स्टाफ नर्स कार्यरत रही। मधु ने 2013 में BSS नर्सिंग की पढ़ाई पूरी की थी, जिसके बाद विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दे चुकी है।
पीडब्ल्यूडी में जेई कार्यरत थे रवि
मधु की शादी 2019 को छात्र गांव निवासी रवि कुमार के साथ हुई थी। रवि कुमार पीडब्ल्यूडी में बतौर जेई कार्यरत थे और कुल्लू में सेवाएं दे रहे थे। 12 अगस्त को वे अपने अन्य साथियों के साथ कुल्लू से घर आ रहे था। हणोगी के पास पहाड़ी से चलती कार पर बड़े-बड़े पत्थर आ गिरे और इस हादसे में रवि की दुखद मृत्यु हो गई। साथ ही 2 लोग घायल हो गए थे। रवि अपने पीछे मधु और पौने 2 वर्षीय बेटे को छोड़ गये थे।पति के मृत्यु के बाद घर से शुरू किया आचार-चटनी का कारोबार, आज आत्मनिर्भर बन परिवार का सहारा बनी कुल्लू के शीशामाटी की लीला दो बच्चों को पाल रही और बेहतर एजुकेशन दिला रही
रवि की इच्छा थी कि मधु बने नर्सिंग ऑफिसर
रवि ने जीवित रहते यह इच्छा जताई थी कि उनकी पत्नी मधु एम्स की परीक्षा उत्तीर्ण करके नर्सिंग ऑफिसर बने। मधु ने इसके लिए आवेदन भी कर दिया था, लेकिन 12 अगस्त को पति की मृत्यु हुई और 11 सितंबर का इस परीक्षा का आयोजन होना था। इसके बावजूद पति की इच्छा पूरी करने के लिए मधु ने दुखी मन से परीक्षा भी दी और उसे उत्तीर्ण भी करके दिखाया।
तीसरी बार पास की एम्स की परीक्षा
मधु ने इससे पहले दो बार नारसेट (NORSET) की परीक्षा पास की थी। सबसे पहले उन्हें एम्स बठिंडा में नियुक्ति मिली और उसके बाद दोबारा दी गई परीक्षा में उन्हें दिल्ली एम्स केंद्र मिला। स्टेशन दूर होने पर पति ने इच्छा जताई कि वह हिमाचल में नौकरी करे। इसके बाद मधु कुमारी ने हिमाचल प्रदेश में कमीशन पास किया और नर्सिंग की नौकरी हासिल की। इसी बीच पति रवि कुमार व मधु के बीच एम्स बिलासपुर की परीक्षा को लेकर चर्चा हुई और मधु कुमारी ने पति से वादा किया था कि वह इसके लिए पूरी तैयारी करेगी। अब मधु कुमारी ने परीक्षा पास कर देशभर में 695 रैंक हासिल किया है और पसंद का केंद्र भी हासिल कर लिया है। आज उनकी इस खुशी में शामिल होने के लिए अब उनके पति इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन वह खुश है कि उन्होंने अपने पति से कया वादा निभाया ।आईआईटी मंडी ने फॉल सेमेस्टर-2022 से डेटा साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में एमबीए प्रोग्राम शुरू करने की घोषणा की